Unknown

☆ईमान की मिठास.... .


♥महफुम-ए-हदिस : हजरत अनस (रजी अल्लाहु अन्हु) से रिवायत है की,
नबी-ए-करिम (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) ने फरमाया।....
"तीन (3) खसलते ऐसी है की जिसमे ये पैदा हो जाए उसने ईमान की मिठास को पाया" .
.
(1)-पहली ये की अल्लाह और उसके रसुल (सल्लल्लाहु अलैही वसल्लम) के नजदिक सबसे ज्यादा महबुब बन जाए।
.

(2)-दुसरी ये की वह किसी इंसान से महज अल्लाह की रजा के लिए मुहब्बत रखे।,
.
(3)-तिसरी ये की ओ कुफ्र मे वापस लौट जाने को ऐसा बुरा जाने जैसे की वह आग मे डाले जाने को बुरा जानता है।,
(बुखारी शरिफ)

_________________________________________
√ Post Written By :-
#(मोहम्मद अरमान गौस )