दरिया हुसैन का है समंदर हुसैन का
प्यासो के वास्ते है ये ल़ंगर हुसैन का
है आरज़ू वहां भी मिले दर हुसैन का
जन्नत मे बन के जाऊँ मै नौकर हुसैन का
सूरज ने अपने सर को अदब से झुका लिया
नेज़े पे जब बुलंद हुआ सर हुसैन का
【Radiallahu Anhu】
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