نــمــاز کا بــیــان
حــصــہ:-1 ســے 62
نـــمــاز پــڑھــنــے کــے لــیــے کــن چــیــزوں کــی ضــرورت ہــے؟
نــمــاز پــڑھــنــے کــے لــیــے کــچھ چــیــز نــمــاز ســے پــہــلــے ضــروری ہــے جــن کــو نــمــاز کــی شــرطــیــں کــہــا جــاتــا ہــے. جــن کـے بــخــیــر نــمــاز شــروع ہــی نــہــیــں ہــوگــی اور کــچھ چــیــزیــں نــمــاز شــروع ہــونــے کــے بــعــد ضــروری ہــے جــن کــو نــمــاز کــے فــرائــض کــہــتـے ہــیــں جــن کــے بــخــیــر نــمــاز ہــی نــہــیــں ہــوگــی.
نــمــاز کــی شــرطــوں کــی کــتــنــی قــســمــیــں اور کــون کــون ســی ہــے.
نــمــاز کــی 2 قــســمــیــں ہــیــں.
1) نــمــاز واجــب ہــونــے کــی شــرطــیــں
2 ) نــمــاز صــحــیــح ہــونــے کــی شــرطــیــں
1 ) نــمــاز واجــب ہــونــے کــی شــرطــیــں یـہ ہــے.
مــســلــمــان ہــونــا
عــاقــل ہــونــا
پــاگــل نــا ہــونــا
بـالــگ ہــونــا
نــمــاز کــا وقــت ہــونــا
2 ) نــمــاز کــے صــحــیــح هــونے کــی شــرطــیــں یــہ ہــے
طــہــارت
ســطــرے عــورت
اســقــبــالــے قــبــلہ
وقــت ہــونــا
نــیــت
تــکــبــیــرے تــحـرمـہ
جــب تــک یــہ تــمــام شــرطــیــں نــہــیــں پــائــی جــائــیــں گــی نــمــاز شــروع ہــی نا ہــوگــی.
مـــســلــکِ اعــلٰــی حــضــرت ســلامــت رہــیــں
ایــک پــہــچــان دیــن نــبــیﷺ کــے لــیــے.
جــمــاعــتِ رضــائــے مــصــطــفــے
........................................
नमाज़ का बयान
पार्ट : 01 OF 62
नमाज़ पढने के लिये किन चीज़ो कि ज़रूरत है ?
नमाज़ पढने के लिये कुछ चीज़े नमाज़ से पहले जरूरी है जिन को नमाज की शर्ते कहा जाता है.
जिन क बगैर नमाज़ शुरू ही नहीं होगी
और कुछ चीज़े नमाज़ शुरू होने के बाद ज़रूरी है
जिन को नमाज़ क फरा'इज़ कहते है के जिन के बगैर नमाज़ ही नहीं होगी
नमाज़ की शर्तो की कितनी किस्मे है और वो कौन कौन सी है
नमाज़ की शर्ते २ क़िसम की है
१ - नमाज़ वाजिब होने की शर्ते
२ - नमाज़ के सही होने की शर्ते
१ - नमाज़ वाजिब होने की शर्ते ये है
मुस्लमान होना
आक़िल होना
पागल न होना
बालिग़ होना
नमाज़ का वक़्त होना
२ - नमाज़ के सही होने की शर्ते ये है
तहारत
सत्रे-ए-औरत
इस्तिक़्बाल-ए-किबला
वक्त होना
निय्यत
तकबीर-ए-तेहरिमाह
जब तक ये तमाम शर्ते नहीं पायी जाएगी नमाज़ शुरू ही न होगी
मस्लक-ए-आला हजरत सलामत रहे
एक पेह्चान दीन-ए-नबीﷺ के लिये
जमाअत रजा-ए-मुस्तफा
........................................
NAMAAZ KA BAYAAN
PART : 01 OF 62
NAMAAZ PADHNE K LIYE KIN CHIZO KI ZURURAT HAI ?
NAMAAZ PADHNE K LIYE KUCH CHIZE NAMAAZ SE PEHLE ZAROORI HAI JINN KO NAMAAZ KI SHARTE KAHA JAATA HAI. JIN K BAGAIR NAMAAZ SHURU HE NAHI HOGI AUR KUCH CHIZE NAMAAZ SHURU HONE K BAAD ZAROORI HAI JIN KO NAMAAZ K FARA'IZ KEHTE HAI K JIN K BAGAIR NAMAAZ HE NAHI HOGI
NAMAAZ KI SHARTO KI KITNI QISME HAI AUR WO KAUN KAUN SI HAI
NAMAAZ KI SHARTE 2 QISAM KI HAI
1 - NAMAAZ WAAJIB HONE KI SHARTE
2 - NAMAAZ K SAHI HONE KI SHARTE
1 - NAMAAZ WAAJIB HONE KI SHARTE YE HAI
MUSALMAN HONA
AAQIL HONA
PAAGAL NA HONA
BAALIG HONA
NAMAAZ KA WAQT HONA
2 - NAMAAZ K SAHI HONE KI SHARTE YE HAI
TAHAARAT
SATR-E-AURAT
ISTIQBAL-E-QIBLA
WAQT HONA
NIYYAT
TAKBIR-E-TAHRIMA
JAB TAK YE TAMAM SHARTE NAHI PAAYI JAYEGI NAMAAZ SHURU HE NA HOGI
MASLAK-E-AALA HAZRAT SALAMAT RAHE
EK PEHCHAN DEEN-E-NABIﷺ K LIYE
🚨 طالِبِ دُعا
جماعت رضا ء مصطفے ﷺ ٰ باندرہ (ممبئی)
🚨Jamat Raza E Mustafa ﷺ Bandra (Mumbai)
حــصــہ:-1 ســے 62
نـــمــاز پــڑھــنــے کــے لــیــے کــن چــیــزوں کــی ضــرورت ہــے؟
نــمــاز پــڑھــنــے کــے لــیــے کــچھ چــیــز نــمــاز ســے پــہــلــے ضــروری ہــے جــن کــو نــمــاز کــی شــرطــیــں کــہــا جــاتــا ہــے. جــن کـے بــخــیــر نــمــاز شــروع ہــی نــہــیــں ہــوگــی اور کــچھ چــیــزیــں نــمــاز شــروع ہــونــے کــے بــعــد ضــروری ہــے جــن کــو نــمــاز کــے فــرائــض کــہــتـے ہــیــں جــن کــے بــخــیــر نــمــاز ہــی نــہــیــں ہــوگــی.
نــمــاز کــی شــرطــوں کــی کــتــنــی قــســمــیــں اور کــون کــون ســی ہــے.
نــمــاز کــی 2 قــســمــیــں ہــیــں.
1) نــمــاز واجــب ہــونــے کــی شــرطــیــں
2 ) نــمــاز صــحــیــح ہــونــے کــی شــرطــیــں
1 ) نــمــاز واجــب ہــونــے کــی شــرطــیــں یـہ ہــے.
مــســلــمــان ہــونــا
عــاقــل ہــونــا
پــاگــل نــا ہــونــا
بـالــگ ہــونــا
نــمــاز کــا وقــت ہــونــا
2 ) نــمــاز کــے صــحــیــح هــونے کــی شــرطــیــں یــہ ہــے
طــہــارت
ســطــرے عــورت
اســقــبــالــے قــبــلہ
وقــت ہــونــا
نــیــت
تــکــبــیــرے تــحـرمـہ
جــب تــک یــہ تــمــام شــرطــیــں نــہــیــں پــائــی جــائــیــں گــی نــمــاز شــروع ہــی نا ہــوگــی.
مـــســلــکِ اعــلٰــی حــضــرت ســلامــت رہــیــں
ایــک پــہــچــان دیــن نــبــیﷺ کــے لــیــے.
جــمــاعــتِ رضــائــے مــصــطــفــے
........................................
नमाज़ का बयान
पार्ट : 01 OF 62
नमाज़ पढने के लिये किन चीज़ो कि ज़रूरत है ?
नमाज़ पढने के लिये कुछ चीज़े नमाज़ से पहले जरूरी है जिन को नमाज की शर्ते कहा जाता है.
जिन क बगैर नमाज़ शुरू ही नहीं होगी
और कुछ चीज़े नमाज़ शुरू होने के बाद ज़रूरी है
जिन को नमाज़ क फरा'इज़ कहते है के जिन के बगैर नमाज़ ही नहीं होगी
नमाज़ की शर्तो की कितनी किस्मे है और वो कौन कौन सी है
नमाज़ की शर्ते २ क़िसम की है
१ - नमाज़ वाजिब होने की शर्ते
२ - नमाज़ के सही होने की शर्ते
१ - नमाज़ वाजिब होने की शर्ते ये है
मुस्लमान होना
आक़िल होना
पागल न होना
बालिग़ होना
नमाज़ का वक़्त होना
२ - नमाज़ के सही होने की शर्ते ये है
तहारत
सत्रे-ए-औरत
इस्तिक़्बाल-ए-किबला
वक्त होना
निय्यत
तकबीर-ए-तेहरिमाह
जब तक ये तमाम शर्ते नहीं पायी जाएगी नमाज़ शुरू ही न होगी
मस्लक-ए-आला हजरत सलामत रहे
एक पेह्चान दीन-ए-नबीﷺ के लिये
जमाअत रजा-ए-मुस्तफा
........................................
NAMAAZ KA BAYAAN
PART : 01 OF 62
NAMAAZ PADHNE K LIYE KIN CHIZO KI ZURURAT HAI ?
NAMAAZ PADHNE K LIYE KUCH CHIZE NAMAAZ SE PEHLE ZAROORI HAI JINN KO NAMAAZ KI SHARTE KAHA JAATA HAI. JIN K BAGAIR NAMAAZ SHURU HE NAHI HOGI AUR KUCH CHIZE NAMAAZ SHURU HONE K BAAD ZAROORI HAI JIN KO NAMAAZ K FARA'IZ KEHTE HAI K JIN K BAGAIR NAMAAZ HE NAHI HOGI
NAMAAZ KI SHARTO KI KITNI QISME HAI AUR WO KAUN KAUN SI HAI
NAMAAZ KI SHARTE 2 QISAM KI HAI
1 - NAMAAZ WAAJIB HONE KI SHARTE
2 - NAMAAZ K SAHI HONE KI SHARTE
1 - NAMAAZ WAAJIB HONE KI SHARTE YE HAI
MUSALMAN HONA
AAQIL HONA
PAAGAL NA HONA
BAALIG HONA
NAMAAZ KA WAQT HONA
2 - NAMAAZ K SAHI HONE KI SHARTE YE HAI
TAHAARAT
SATR-E-AURAT
ISTIQBAL-E-QIBLA
WAQT HONA
NIYYAT
TAKBIR-E-TAHRIMA
JAB TAK YE TAMAM SHARTE NAHI PAAYI JAYEGI NAMAAZ SHURU HE NA HOGI
MASLAK-E-AALA HAZRAT SALAMAT RAHE
EK PEHCHAN DEEN-E-NABIﷺ K LIYE
🚨 طالِبِ دُعا
جماعت رضا ء مصطفے ﷺ ٰ باندرہ (ممبئی)
🚨Jamat Raza E Mustafa ﷺ Bandra (Mumbai)