Unknown

☆जहन्नम की हलाकत..

` ♥अल्लाह तआला हमे लुत्फ वा अता के तुफैल उससे अमन बख्से।,
 हदीस शरिफ मे है कि जहन्नम सख्त तरिन है जिस मे कोई रौशनी है और शोला नही हैं।,
 उसके 7 दरवाजे हैं।,
 हर दरवाजे मे 70,000 पहाड़ हैं।, हर पहाड़ मे 70,000 आग की घाटीयां हैं।,
हर घाटी मे 70,000 दराजें हैं।,
हर दराज मे आग की 70,000 वादियां,
 हर वादी मे आग के 70,000 मकानात हैं।,
और हर मकान मे 70,000 आग के घर हैं।

और हर घर मे 70,000 सांप और 70,000 बिच्छु हैं।,
 हर बिच्छु के 70,000 दुमे हैं।,
हर दुम मे 70,000 मुहरे मे जहर के 70,000 मटके हैं।
 *जब क्यामत का दिन होगा, उनपर से पर्दे उठा लिया जाएगा तब जिनो इन्स के दायें बायें गुबार के खैमा तन जाएगा आगे भी गुबार पिछे भी गुबार और उनके उपर भी जहन्नम का धुआं और गुबार होगा।,
जब ओ उसे देखेगें तो घुटनों के बल गिर कर पुकारेगें के "आए रब्बे जुलजलाल" हमे इससे बचा।"
 (मकशफतुल कुलुब, बाब-65) `

☆☆अल्लाहु अकबर☆☆

 — ✍________________________________________ √ Post Written By :- #(मोहम्मद अरमान गौस )