जंगल में रहो या बस्ती में
लहरों में रहो या कश्ती में
महंगी में रहो या सस्ती में
पर रहो गरीब नवाज की मस्ती में
क्योंकि जो डूबे है "गरीब नवाज" की मस्ती में, चार चांद लग जाते हें उनकी हस्ती में ।
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लहरों में रहो या कश्ती में
महंगी में रहो या सस्ती में
पर रहो गरीब नवाज की मस्ती में
क्योंकि जो डूबे है "गरीब नवाज" की मस्ती में, चार चांद लग जाते हें उनकी हस्ती में ।
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